Breast Augmentation:

ब्रेस्ट ऑगमेंटेशन: प्रक्रिया, फायदे और देखभाल

परिचय

ब्रेस्ट ऑगमेंटेशन, जिसे ब्रेस्ट इम्प्लांट सर्जरी भी कहा जाता है, एक प्रकार की प्लास्टिक सर्जरी है जिसका उद्देश्य स्तनों के आकार को बढ़ाना और उनका आकार सुधारना होता है। यह सर्जरी न केवल सौंदर्य कारणों से की जाती है, बल्कि उन महिलाओं के लिए भी महत्वपूर्ण है जिनके स्तनों का आकार असंतुलित या असमान है या जो मास्टेक्टॉमी के बाद पुनर्निर्माण की जरूरत महसूस करती हैं।

ब्रेस्ट ऑगमेंटेशन के उद्देश्य

ब्रेस्ट ऑगमेंटेशन सर्जरी करवाने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:

  1. सौंदर्य में वृद्धि: स्तनों के आकार और आकार को बढ़ाकर अधिक आकर्षक और संतुलित दिखने के लिए।
  2. गर्भावस्था या वजन घटाने के बाद: गर्भावस्था या वजन घटाने के बाद स्तनों का आकार कम हो सकता है, जिससे ब्रेस्ट ऑगमेंटेशन के द्वारा स्तनों को पूर्व अवस्था में लाया जा सकता है।
  3. असमान स्तन: कुछ महिलाओं के स्तनों का आकार असमान हो सकता है, जिसे इम्प्लांट द्वारा समान किया जा सकता है।
  4. मास्टेक्टॉमी के बाद: कैंसर के कारण स्तन हटाने के बाद ब्रेस्ट ऑगमेंटेशन का उपयोग पुनर्निर्माण के लिए किया जाता है।

ब्रेस्ट ऑगमेंटेशन की प्रक्रिया

ब्रेस्ट ऑगमेंटेशन की प्रक्रिया को निम्नलिखित चरणों में विभाजित किया जा सकता है:

  1. सलाह और मूल्यांकन: सर्जरी से पहले सर्जन आपके स्वास्थ्य की जाँच करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि आप इस प्रक्रिया के लिए उपयुक्त हैं या नहीं। वे आपके लक्ष्यों और अपेक्षाओं को समझने के लिए आपसे विस्तृत बातचीत करेंगे।
  2. सर्जरी की योजना: सर्जन आपकी शरीर संरचना, त्वचा की मोटाई और स्तनों के आकार के अनुसार इम्प्लांट का चयन करेंगे। इम्प्लांट सिलिकॉन या सलाइन से भरे होते हैं, और सर्जन आपके शरीर के हिसाब से सही इम्प्लांट चुनते हैं।
  3. सर्जरी का दिन: सर्जरी के दिन आपको एनेस्थीसिया दिया जाता है ताकि आपको किसी भी प्रकार का दर्द महसूस न हो। सर्जन स्तनों के अंदर चीरा लगाकर इम्प्लांट को सही स्थिति में स्थापित करते हैं।
  4. रिकवरी और देखभाल: सर्जरी के बाद कुछ दिनों तक सूजन और दर्द हो सकता है, लेकिन यह सामान्य है। इस समय आपको आराम करने और सर्जन के निर्देशों का पालन करने की जरूरत होती है।

ब्रेस्ट ऑगमेंटेशन के बाद ध्यान देने योग्य बातें

सर्जरी के बाद सही देखभाल आवश्यक होती है ताकि सर्जरी के परिणाम संतोषजनक हो सकें। निम्नलिखित कुछ सुझाव दिए जा रहे हैं जिन्हें आपको ब्रेस्ट ऑगमेंटेशन के बाद ध्यान में रखना चाहिए:

क्या करें (Do’s):

  1. निर्देशों का पालन करें: सर्जन द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का पालन करें, जैसे दवाइयाँ, आराम और साफ-सफाई के निर्देश।
  2. आराम करें: सर्जरी के बाद आपके शरीर को पूर्ण आराम की आवश्यकता होती है ताकि वह ठीक हो सके। कुछ दिनों तक भारी काम से बचें।
  3. समर्थन ब्रा पहनें: रिकवरी के दौरान समर्थन ब्रा का उपयोग करें ताकि स्तनों को सही आकार में रखने में मदद मिले।
  4. हाइड्रेट रहें: पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और शरीर को हाइड्रेटेड रखें।

क्या न करें (Don’ts):

  1. धूम्रपान और शराब से बचें: धूम्रपान और शराब का सेवन सर्जरी के बाद रिकवरी को प्रभावित कर सकता है, इसलिए इनसे बचें।
  2. स्तनों पर दबाव न डालें: सर्जरी के बाद कुछ हफ्तों तक स्तनों पर किसी भी प्रकार का दबाव न डालें और भारी वस्तुएँ उठाने से बचें।
  3. अत्यधिक शारीरिक गतिविधियाँ न करें: सर्जरी के बाद कुछ हफ्तों तक भारी व्यायाम और शारीरिक गतिविधियाँ न करें।
  4. सूर्य की किरणों से बचें: सीधे सूर्य की किरणों में जाने से बचें, क्योंकि इससे त्वचा पर प्रभाव पड़ सकता है।

ब्रेस्ट ऑगमेंटेशन के लाभ

ब्रेस्ट ऑगमेंटेशन के कई लाभ होते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  1. आत्मविश्वास में वृद्धि: स्तनों का आकार बढ़ने और उन्हें संतुलित करने से महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ता है।
  2. शारीरिक आकर्षण में वृद्धि: ब्रेस्ट ऑगमेंटेशन से महिलाओं का शारीरिक आकर्षण बढ़ता है, जिससे वे अधिक सुंदर और आत्मविश्वासी महसूस करती हैं।
  3. संतुलित और समान शरीर: स्तनों के आकार को संतुलित कर शरीर के अन्य अंगों के साथ एकरूपता प्राप्त की जा सकती है।
  4. कपड़ों की फिटिंग में सुधार: ब्रेस्ट ऑगमेंटेशन के बाद महिलाएँ कपड़ों में बेहतर फिटिंग और आकर्षण महसूस करती हैं।

संभावित जोखिम और जटिलताएँ

हर सर्जरी के साथ कुछ जोखिम और जटिलताएँ भी होती हैं, और ब्रेस्ट ऑगमेंटेशन भी इससे अछूती नहीं है। यहाँ कुछ संभावित जोखिम और जटिलताएँ दी जा रही हैं:

  1. संक्रमण: सर्जरी के बाद संक्रमण का खतरा हो सकता है, जो समय पर ध्यान न देने पर गंभीर रूप ले सकता है।
  2. इम्प्लांट से संबंधित समस्याएँ: कभी-कभी इम्प्लांट सही ढंग से नहीं बैठ पाता है, जिससे असमानता या दर्द हो सकता है।
  3. खून बहना: सर्जरी के बाद खून बहने की समस्या हो सकती है, जिसके लिए डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए।
  4. सूजन और लालिमा: सर्जरी के बाद कुछ समय तक सूजन और लालिमा हो सकती है, जो सामान्य होती है और समय के साथ कम हो जाती है।
  5. निपल्स में संवेदनशीलता की कमी या वृद्धि: सर्जरी के बाद निपल्स में संवेदनशीलता में कमी या वृद्धि हो सकती है, जो अस्थायी या स्थायी हो सकती है।

विशेषज्ञ से परामर्श

ब्रेस्ट ऑगमेंटेशन करवाने से पहले किसी विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य करें। डॉ. सौरभ सक्सेना जैसे अनुभवी प्लास्टिक सर्जन से संपर्क कर आप सही निर्णय ले सकते हैं। डॉ. सौरभ सक्सेना एम.बी.बी.एस, एम.एस. (सर्जरी), और एम.सी.एच. (प्लास्टिक सर्जरी) में विशेषज्ञता रखते हैं और ब्रेस्ट ऑगमेंटेशन के क्षेत्र में व्यापक अनुभव रखते हैं।

निष्कर्ष

ब्रेस्ट ऑगमेंटेशन एक महत्वपूर्ण सर्जरी है जो महिलाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार कर सकती है। सही सर्जन से परामर्श, सर्जरी की प्रक्रिया और बाद की देखभाल से आप उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त कर सकती हैं। यदि आप ब्रेस्ट ऑगमेंटेशन के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहती हैं या सर्जरी करवाने की सोच रही हैं, तो डॉ. सौरभ सक्सेना से संपर्क करें और अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त करें।

ईमेल: saxenadrsaurabh@gmail.com
फ़ोन: 9825935433
वेबसाइट: https://www.drsaurabhsaxenarewa.com
पता: Sirmour Chauraha Tansen complex, LIC office No1 ke niche, saxchi medicos, Madhya Pradesh 486001

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